गणेश चतुर्थी आज, इन शुभ मुहूर्त और योग में करें गणपति की स्थापना और पूजा
गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की वंदना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इस दिन गणेश जी के यह 5 चमत्कारी मंत्र आपको हर समस्या से मु्क्ति दिला सकते हैं. आइये जानते हैं कौन से हैं वो मंत्र-
Forms of Ganesh Idol (गणेश जी के मूर्ति के रूप)
मुद्गल और गणेश पुराण में विघ्नहर्ता गणेश के 32 मंगलकारी रूप का वर्णन मिवता है, जोकि इस प्रकार हैं-
श्रीबाल गणपति, तरुण गणपति, भक्त गणपति, वीर गणपति, शक्ति गणपति, द्विज गणपति, सिद्धि गणपति, उच्छिष्ट गणपति, विघ्न गणपति, क्षिप्र गणपति, हेरम्ब गणपति,लक्ष्मी गणपति, महागणपति,विजय गणपति, नृत्य गणपति, उर्ध्व गणपति, एकाक्षर गणपति, वर गणपति, त्र्यक्षर गणपति, क्षिप्रप्रसाद गणपति, हरिद्रा गणपति, एकदंत गणपति, सृष्टि गणपति, उद्दंड गणपति, ऋणमोचन गणपति, ढुण्ढि गणपति, द्विमुख गणपति, त्रिमुख गणपति, सिंह गणपति, योग गणपति, दुर्गा गणपति, संकष्टहरण गणपति.
Lord Ganesh Aarti (गणेश जी की आरती)
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
एकदंत दयावंत चारभुजाधारी। माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी॥ जय गणेश जय गणेश…
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा। लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
अंघे को आंख देत, कोढ़िन को काया। बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजै सेवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
Ganesh Chaturthi 2023 Lucky Rashi (गणेश चतुर्थी किन राशियों के लिए शुभ)
ज्योतिष के अनुसार,गणेश चतुर्थी पर गजकेसरी और वैघृति योग बना है. यह योग 17 सितंबर को बना था, जोकि 20 सितंबर तक रहेगा. गणेश चतुर्थी पर बना यह योग मेष, मिथुन, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए शुभ रहेगा. भगवान गणेश की कृपा से आपको आर्थिक लाभ हो सकता है.
मुंबई (Mumbai) | 11:19 AM से 01:43 PM |
पुणे (Pune) | 11:15 AM से 01:41 PM |
नई दिल्ली (New Delhi) | 11:01 AM से 01:28 PM |
नोएडा (Noida) | 11:01 AM से 01:28 PM |
गुरुग्राम (Gurugram) | 11:02 AM से 01:29 PM |
चेन्नई (Chennai) | 10:50 AM से 01:16 PM |
जयपुर (Jaipur) | 11:07 AM से 01:34 PM |
हैदराबाद (Hyderabad) | 10:57 AM से 01:23 PM |
चंडीगढ़ (Chandigarh) | 11:03 AM से 01:30 PM |
कोलकाता (Kolkata) | 10:17 AM से 12:44 PM |
बैंगलोर (Bengaluru) | 11:01 AM से 01:26 PM |
अहमदाबाद (Ahmedabad) | 11:20 AM से 01:43 PM |
Ganpati sthapana Muhurat Countdown (गणपति स्थापना मुहूर्त में कितना समय शेष)
गणपति उत्सव के लिए सभी उत्साहित रहते हैं और खासकर बप्पा की मूर्ति स्थापना का सभी को इंतजार रहता है. लेकिन मूर्ति स्थापना शुभ मुहूर्त में ही करनी चाहिए. अब बप्पा की मूर्ति स्थापना के लिए कुछ ही समय बाकी है. अगर आप बप्पा की मूर्ति स्थापना करने वाले हैं तो 11 बजकर 18 मिनट से दोपहर 01 बजकर 34 मिनट के बीच मूर्ति स्थापना कर सकते हैं. क्योंकि 01:34 तक स्वाति नक्षत्र रहेगा.
Ganpati Puja Vidhi (गणपति स्थापना के बाद ऐसे करें 10 दिनों तक पूजा)
भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना 10 दिनों तक की जाती है और प्रतिदिन उनकी पूजा भी की जाती है. पूजा के लिए सबसे पहले श्री गणेश का आवाहन करते हुए ‘ऊं गन गणपतए नमः’ मंत्र का उच्चारण करें और गणेशजी की प्रतिमा पर जल छड़कें. इसके बाद भगवान को हल्दी, चंदन , गुलाल सिंदूर ,मौली ,दूर्वा ,जनेऊ , मिठाई ,मोदक ,फल , माला, और फूल सभी चीजें एक-एक कर भगवान को अर्पित करें. भगवान का सभी चीजें अर्पित करने के बाद धूप, दीप के साथ आरती करें और पूजा में उपस्थित सभी श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित करें.
Ganesh Sthapana 2023 Mantra (गणेशजी की प्रतिमा स्थापित करते समय करें इस मंत्र का जाप)
गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थजम्बूफलचारु भक्षणमं।
उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम।।
गणेश जी की मूर्ति की स्थापित करते समय इस मंत्र का उच्चारण जरूर करें. गणेश उत्सव के दौरान प्रतिदिन की पूजा में भी आप इसका जाप कर सकते हैं.
Ravi Yog in Ganesh Chaturthi 2023 (रवि योग में बप्पा का अगमन)
रवि योग को पूजा-पाठ और विशेष कार्यों के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है. आज गणेश चतुर्थी पर रवि योग में बप्पा का आगमन होगा. मंगलवार 19 सितंबर को सुबह 06:08 से रवि योग शुरू गो जाएगा, जो दोपहर 01:48 तक रहेगा. ऐसे में गणपति की स्थापना और पूजा रवि योग में की जाएगी.
(Bhadra in Ganesh Chaturthi 2023) गणेश चतुर्थी पर भद्रा का साया
आज गणेश चतुर्थी पर सुबह से ही भद्रा लगा है. भद्राकाल सुबह 06:08 से दोपहर 01:43 तक है. लेकिन गणेश जी की पूजा और मूर्ति स्थापना पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि इस भद्रा का वास पाताल लोक में होगा.
Ganesh Chaturthi 2023 Shubh Yog (गणेश चतुर्थी शुभ योग)
इस साल गणेश चतुर्थी पर 300 साल बाद ब्रह्म, शुक्ल और शुभ योग का अद्भुत संयोग बना है. साथ ही स्वाति नक्षत्र और विशाखा नक्षत्र भी रहेंगे.
Ganesh Chaturthi 2023 Muhurat (गणेश चतुर्थी 2023 विशेष मुहूर्त)
गणेश चतुर्थी पर आज विशेष मुहूर्त की बात करें तो, सुबह 09:10 से दोपहर 01:43 के दौरान चर, लाभ और अमृत के शुभ मुहूर्त हैं. ऐसे में गणपति की स्थापना आप सुबह 09:10 से दोपहर 01:43 के बीच कर सकते हैं. लेकिन सुबह 11:01 से विशाखा नक्षत्र में वृश्चिक लग्न में श्रीगणेश की स्थापना करना श्रेष्ठ रहेगा.
Ganesh Chaturthi 2023 Sthapana Muhurat (गणपति स्थापना मुहूर्त)
आज सुबह से ही चतुर्थी तिथि लग गई है, जोकि दोपहर 01:43 तक है. चतुर्थी तिथि को देखते हुए आप दोपहर 01:43 तक गणपति की स्थापना कर लें.
Ganesh Chaturthi 2023 muhurat (19 को मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त नोट कर लें)
Ganesh chaturthi 2023: घर में गणेश यानि की बप्पा की मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त पंचांग के मुताबिक 19 सितंबर 2023 को सुबह 11: 08 मिनट से दोपहर 01: 33 मिनट तक रहेगा.
Ganesh Chaturthi 2023 Chaughadiya Muhurat (गणेश चतुर्थी पर मूर्ति स्थापना के लिए जानें चौघड़िया मुहूर्त)
चर (सामान्य) – सुबह 09.11 – सुबह 10.43
लाभ (उन्नति) – सुबह 10.43 – दोपहर 12.15
अमृत (सर्वोत्तम) – दोपहर 12.15 – दोपहर 01.3
गणेश चतुर्थी कल जानें गणेश जी की पूजा का सबसे सही समय
Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी का पर्व कल है. प्रथम दिन घरों और पंडालों में गणपति में स्थापित किया जाएगा. गणेश जी की मूर्ति और स्थापना का मुहूर्त विशेष माना गया है, जिसका पालन करना चाहिए.
गणेश जी की पूजा का समय
माना जाता है कि गणेश जी का जन्म दोपहर के समय हुआ था, इसलिए पूजा के लिए यही समय सबसे उत्तम है. इस समय षोडशोपचार गणपति पूजा भी की जाती है. इस समय को गणेश जी की स्थापना के लिए अच्छा माना गया है.
गणेश जी स्थापना मुहूर्त – सुबह 11.01 – दोपहर 01.28 (अवधि – 2.27 मिनट).
Ganesh Chaturthi 2023 Upay: गणेश चतुर्थी पर करें धन लाभ का उपाय
Ganesh Chaturthi Murti: ये है गणपति की सबसे शुभ मूर्ति
घर में स्थापित करने के लिए गणपति की बाईं सूंड वाली मूर्ति लाएं. ये शुभ मानी जाती है. दाईं ओर सूंड वाले गणपति में सूर्य का प्रभाव होता हैं ऐसे गणपति की पूजा अधिकतर मंदिरों में की जाती है, इसमें जरा सी गलती मुसीबत बन सकती है.
Ganesh Chaturthi 2023 Shubh Yoga: कई शुभ योग में मनेगी गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी इस साल कई शुभ संयोग लेकर आ रही है, इस दिन शश, गजकेसरी, अमला और पराक्रम नाम के राजयोग मिलकर चतुर्महायोग बना रहे हैं. इसके अलावा रवि और इंद्र योग का निर्माण होगा. वहीं 7 साल बाद गणेश चतुर्थी के दिन सोमवार पड़ रहा है, जिससे बप्पा संग उनके पिता शिव भी भक्तों पर मेहरबान रहेंगे.
Ganesh Chaturthi 2023 Puja Time: गणेश चतुर्थी पर पूजा के 3 मुहूर्त
चर (सामान्य) – सुबह 09.11 – सुबह 10.43
लाभ (उन्नति) – सुबह 10.43 – दोपहर 12.15
अमृत (सर्वोत्तम) – दोपहर 12.15 – दोपहर 01.37
Ganesh Chaturthi Puja Samagri: गणेश चतुर्थी की पूजा में शामिल करें ये चीजें
धार्मिक मान्यता के अनुसार भादौ चतुर्थी के दिन माता पार्वती ने मिट्टी के गणेश बनाए थे. ऐसे में इस दिन पूजा के लिए गणेश जी की मिट्टी की मूर्ति, पूजा के लिए चौकी, लाल या पीला कपड़ा, कलश, इलाइची, पान, दूर्वा, पंचामृत, मोदक या बेसन के लड्डू, सुपारी, पंचमेवा, अक्षत, सुपारी, लौंग, , आम के पत्ते, सिंदूर, लाल फूल, जनेऊ, गंगाजल, कुमकुम, हल्दी, मौली,नारियल, घी, कपूर, चंदन, धूप इक्ठ्ठा कर लें
Ganpati Sthapana 2023 Time: गणेश चतुर्थी 2023 स्थापना मुहूर्त
पौराणिक कथा के अनुसार गणपति का जन्म दोपहर के समय हुआ था इसलिए गणेश चतुर्थी के दिन मध्याह्न का समय गणपति स्थापना और पूजा के लिये सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. 19 सितंबर 2023 को गणपति स्थापना के लिए सुबह 11.01 से दोपहर 01.28 तक का शुभ मुहूर्त है.
Ganesh Chaturthi 2023 Live: गणेश चतुर्थी से 10 दिन के गणपति उत्सव शुरू हो जाते हैं. इस दिन हर घर में बप्पा विराजमान होते है,जगह-जगह गजानन के आगमन के लिए झांकियां सजाई जाती है. कहते हैं भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन माता पार्वती के लाल गणपति का जन्म हुआ था. कहते हैं उस दिन स्वाति नक्षत्र और अभिजित मुहूर्त में गणपति जन्में थे. 19 सितंबर 2023 को गणेश चतुर्थी पर भी यही संयोग बन रहा है. ऐसे में इस साल गणेश उत्सव में भक्तों को बप्पा का विशेष आशीर्वाद मिलेगा
पौराणिक मान्यता है कि गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक गौरी पुत्र गणेश पृथ्वी पर वास करते हैं. ऐसी मान्यता है कि जो लोग घर में गणपति जी की स्थापना करते हैं बप्पा उनके समस्त संकट, दुख, दरिद्रता हर लेते हैं. गणेश जी के आशीर्वाद से घर में सुख-समृद्धि आती है. जातक के बिगड़े काम बनने लगते हैं.
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश चतुर्थी के दिन प्रथम पूजनीय गणेश जी का जन्म हुआ था. वैसे तो गणेश उत्सव पूरे देश में मनाया जाता है लेकिन महाराष्ट्र में इसकी रौनक खास होती है. इस दिन व्रत रखकर घर या दुकान में गणपति की स्थापना करने से धन, नौकरी, शिक्षा से संबंधित समस्याओं का अंत होता है. कहते हैं बप्पा घर में खुशियां लेकर आते हैं और हमारी सारी परेशानियां लेकर चले जाते हैं.
ऐसे करें घर में गणपति की स्थापना
गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा की बाईं सूंड वाली मिट्टी की मूर्ति लेकर आएं. मिट्टी के अलावा गाय के गोबर, सुपारी, सफेद मदार की जड़, नारियल, हल्दी, चांदी, पीतल, तांबा और स्फटिक से बनी मूर्तियों की भी स्थापना कर सकते हैं. घर के लिए बैठे हुए और कार्यस्थल के लिए खड़े हुए गणपति लाना शुभ होता है. पूर्व या ईशान कोण में गणपति की स्थापना करें. रोजाना सुबह-शाम 10 दिन तक उन्हें भोग लगाएं और आरती करें.
कब है अनंत चतुर्दशी 2023 ? (When is Anant Chaturdarshi 2023)
इस साल अनंत चतुर्दशी 28 सितंबर 2023, गुुरुवार को है.मान्यता के अनुसार इस दिन विधि विधान से पूजन कर बप्पा का विसर्जन किया जाता है.